यदि आप भी wifi डेबिट या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाइए।
उम्मीद करता हूं जानकारी आपको अच्छी लगी होगी अगर इस पोस्ट के प्रति आपका कोई सुझाव समस्या या परेशानी है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें मैं आपकी पूरी सहायता करूंगा धन्यवाद...
दोस्तों आज के इस भाग बड़ी जिंदगी में हर कोई अपने काम को आसान करना चाहता है। ठीक इसी प्रकार आप लोग बैंक की कतार में लाइन में ना लगते हुए एटीएम क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं और ऑनलाइन आजकल बिक्री खरीदारी बढ़ने से इसका उपयोग बहुत तेज बढ़ा रहा है। लेकिन कुछ साल पहले ही बैंक डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड दिया करता था। अब उसने अपने दोनों ही कार्ड को कन्वर्ट करके अपने कस्टमर को वायरलेस कार्ड मौजूदा करवा दिया है। जिससे कि वह आसानी से बिना किसी पिंड कोड डेल ₹2000 तक का लेन देन कर सकता है। लेकिन सवाल यह आता है कि वह एक सेफ्टीकार्ट है तो मेरे हिसाब से सेफ्टी कार्ड नहीं है । यह उन लोगों के लिए है जिन लोगों को इसका यूज करना अच्छे से आता हो क्योंकि यह लीगल तरीके से लीगल सिटी पर ही जो भरोसेमंद सिटी हैं, वहां पर ही इस्तेमाल करने के लायक है। हमारे यहां से शहरों में तो होता क्या है।आप एक चीज परचेस करने जाते हो तो दुकानदार आपका वाईफाई कार्ड देख कर कहीं कार्ड बदल देगा या तो फिर अमाउंट ज्यादा डाल देगा या तो फिर आपके पास में कार्ड मौजूद है तो कोई भी व्यक्ति मशीन का उपयोग करके मशीन पास में ले जाकर के कोई भी आपके कार्ड से लगभग ₹2000 की राशि आसानी से निकाल सकता है तो इसके लिए क्या करना चाहिए?
बिना पिन मांगे चोरों ने उड़ाए पैसेहाल ही में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक ऐसे ठग को पकड़ा था जो वाई-फाई वाले डेबिट-क्रेडिट कार्ड को पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीन से टच करवाकर पैसे निकाल लेता था, जबकि कार्ड लोगों के पर्स या जेब में ही रहता था।
कैसे काम करता है वाई-फाई वाला क्रेडिट-डेबिट कार्डसबसे पहले आपको बता दें कि वाई-फाई इनेबल क्रेडिट-डेबिट कार्ड को कॉन्टेक्टलेस कार्ड भी कहा जाता है। ऐसे कार्ड से बिना पिन इस्तेमाल किए पीओएस मशीन से 2,000 रुपये तक निकाले जा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आपकी जेब में वाई-फाई क्रेडिट-डेबिट कार्ड है तो ठग आपकी जेब में पीओएस मशीन टच करके पैसे निकाल सकते हैं। ऐसे कार्ड की रेंज 4 सेंटीमीटर है।
ऐसे कार्ड को भले ही वाई-फाई क्रेडिट-डेबिट कहा जाता है लेकिन वाई-फाई के जरिए काम नहीं करता है। ऐसे कार्ड एनएफसी (नियर फिल्ड कम्यूनिकेशन) और RFID (रेडियो फ्रिकवेंसी आइडेंटिफिकेशन) टेक्नोलॉजी पर काम करता है।
ऐसे कार्ड में एक चिप होता है जो कि बहुत ही पतले एक मेटल एंटीना से जुड़ा रहता है। इसी एंटीना के जरिए पीओएस मशीन को सिग्नल मिलता है और इसी एंटीना को पीओएस मशीन से रेडियो फ्रिकवेंसी फिल्ड के जरिए इलेक्ट्रिसिटी मिलती है। ऐसे में सिर्फ पीओएस मशीन के संपर्क में आते ही आपके खाते से अधिकतम 2,000 रुपये निकल जाते हैं। अगली स्लाइड में जानें वाई-फाई क्रेडिट-डेबिट कार्ड को ठग से बचाने का तरीका…
अब सवाल यह है कि यदि आपके पास वाई-फाई चिप वाला क्रेडिट या डेबिट कार्ड है तो उसे सुरक्षित कैसे रखा जाए। पहला काम यह है कि किसी होटल या दुकान में पेमेंट करते समय कार्ड दुकानदार के हाथ में ना दें। अपने सामने स्वैप कराएं और ट्रांजेक्शन के बाद आने वाले मैसेज को उसी दौरान चेक करें।
दूसरा काम यह है कि यदि आपके पास ऐसा कार्ड है तो उन्हें एल्यूमीनियम फॉइल पेपर में लपेटकर रखें। या फिर इसे बचाने के लिए आप मेटल वॉलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा बाजार में RFID ब्लॉकिंग वॉलेट भी मिलता है जिनका आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
➦अगर आप हमारे इस चेनल मे नए है या आप ऐसी न्यूज़ और देखना चाहते हैं तो कृपया इस चेनल को Subcribeकरें और इसे facebook ,whatsup , सभी मे share करें. जिससे दूसरे भी लाभ उठा सकें
➦और हमारे Youtube चेनल techguru4you को भी Subscribe करना न भूलें . क्यों कि हम आपको वीडियो के मध्यम से और भी जानकारी देते रहते हैं.
➦और हमारे Youtube चेनल techguru4you को भी Subscribe करना न भूलें . क्यों कि हम आपको वीडियो के मध्यम से और भी जानकारी देते रहते हैं.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Do not enter any spam link in the comment box.